Saturday, 15 December 2012

शहीद

एक अंग्रेज और एक भारतीय में
बहसबाजी शुरू हो गई।

अंग्रेज का कहना था की उसके देश के ज्यादा शहीद हुये,
जबकी भारतीय का कहना था की उसके देश के ज्यादा शहीद हुये।


तब एक अमेरिकी ने सुझाव दिया की दोनो अपने देश के एक शहीद का नाम बोलो और दुसरे को थप्पड़ लगाओ,
जो ज्यादा थप्पड़ मारेगा उसके देश के शहीद ज्यादा होंगे।

अंग्रेज ने बोला 'सैनफोर्ड' और एक थप्पड़ करारा सा मारा।

भारतीय दर्द सहते हुये बोला जय भगतसिंह और जोरदार झन्नाटेदार थप्पड़ अंग्रेज
को रसीद कर दिया।

अंग्रेज के होश उड़ गये आँसु निकलने लगे।

अंग्रेज ने कहा जॉन साईमन और निकोलस, इसी के साथ दनादन दो लगातार थप्पड़
भारतीय को रसीद दिया।

भारतीय दो थप्पड़ में भौंचक होते हुये पूछा ये क्या था??

अंग्रेज ने कहा की ये एक साथ मारे गये दो अंग्रेजो की तरफ से था।

भारतीय फिर चुपचाप अपने शर्ट की बाजू फोल्ड किया,ऊपर तक चढ़ाया एक लम्बी साँस खिंचा।

फिर दे दनादन तब तक अंग्रेज को मारा जब तक अंग्रेज बेहोश नहीं हो गया।

अमरीकी ने डरते हुये पूछा की ये सब क्या था??

तब भारतीय ने कहा ये सब
जालियावाला बाग के शहीदो के तरफ से था

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