इन्सान ने जन्म लिया है तो उसे ख़तम होना ही है .इसी प्रकार पृथ्वी का उद्भव हुआ है तो वो भी नष्ट होगी लेकिन दुनिया का अन्त कैसे होगा ? सवाल आज भी है जब से मानव ने तरक्की की है .जब से वह क़यामत के दिन को ही सोचता है उसके ख्याल मैं हमेशा यही आता है कि क्या विनाशलीला होगी .भुकम्प,बाढ़ बीमारी आग या कोई आकाशिए प्रलय होगी .इसी तरह कई बार पृथ्वी के विनाश कि भविष्यवाणी कि गई थी ,लेकिन हर बार एक कल्पना ही साबित रही। १९०० से २०१२ तक कि कुछ .भविष्यवाणी इस तरह से रही जो कि हमेशा ही काल्पनिक ही साबित हुई. साथ ही २१दिसम्बर 2012 तारिख को मैं कल्पना मानती हु....कुछ और भी इस तरह की भविष्यवाणी थी ...
(1). हेली धूमकेतु =१९१० मैंने एक बड़ा धूमकेतु पृथ्वी के नजदीक से गुजरा जिससे कई देशो के लोगो ने यकीन कर लिया की धूमकेतु की पूंछ से जहरीली गैस का रिसाब होगा और इससे पृथ्वी का वातावरण प्रदुषित होगा और दुनिया नष्ट हो जाएगी
(2) बाढ़ =५ मई २००० एक लेखक रिचड नून ने भविष्यवाणी की इस दिन सभी ग्रह एक सीध मैं होगे इससे .पृथ्वी...कि बरफ पिघलने लगेगी और सारी दुनिया मैं बाढ़ आ जाएगी और दुनिया नष्ट हो जाएगी
(3).Y2K बग =१९ सदी समाप्त हो रही थी तब भी अजीब से डर ने लोगो को डराया डर था Y2K बग का. कम्प्यूटर घड़ियों में वर्ष दिखाने के लिए दो अंको का इस्तेमाल होता है और 99 के बाद यदि वर्ष 00 हो गए तो क्या होगा? इस सवाल के कई जवाब हुए . दुनिया की सारी संचार व्यवस्था खत्म हो जाने की कल्पना की गई. सारी प्रणाली खत्म हो जाने के बाद दुनिया के विनाश तक की कल्पना की गई. थी .
(4).बिग बेंग =सितम्बर 2009. मैं वैज्ञानिक बिंग बेंग की व्याख्या को धरती पर परिभाषित करने के लिए एक्सपेरिमेंट करने वाले थे . Large Hadron Collider से विकिरणों को आपस में टकराया जाना था जिससे ब्लैक हॉल का निर्माण होता. लेकिन परिक्षण तकनीकी कारणों से आगे खिसक गया लेकिन उससे पहले कई लोगों ने दुनिया के विनाश की कल्पना कर ली थी. अभी कुछ साल पहिले इसका सफलता पूर्वक प्रयोग किया गया और एक्सपेरिमेंट अभी भी चल रहे है लेकिन दुनिया का कोई विनाश नहीं हुआ
(5)21 दिसम्बर 2012=माया कैलेंडर के अनुसार 2012 में दुनिया का विनाश होता है. माया संस्कृति 300 AD से लेकर 900 AD तक मध्य अमेरिका में विकसित हुई थी.इसका स्थान आज मैक्सिको देश के रूप में जाना जाता है. माया संस्कृति के लोग ज्योतिष मैं माहिर थे. उनके द्वारा विकसित लोंग काउंट कैलेंडर 3114 BC से शुरू होता है. इस कैलेंडर के हिसाब से 394 वर्षों के समय को एक बकतुन माना जाता है. माया संस्कृति के लोग 13 के आँकड़ॆ को बहुत महत्व देते थे और 13वाँ बकतून 21 दिसम्बर 2012 के आसपास समाप्त होता है. लोग मानते हैं कि उस दिन आकाश में कोई ऊल्का गिरेगी जो तबाही मचाएगी? लेकिन 21 दिसम्बर 2012 आने में कुछ दिन बाकी है. लेकिन यह भविष्यवाणी भी कल्पना ही साबित होगी ऐसा अनुमान है.
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