Thursday 8 August 2013

facebook

पहिले दुनिया बहुत बड़ी थी पर आज दुनिया बहुत छोटी है, और इंटरनेट के कारण और भी छोटी हो गई है। अब देखिये फेसबुक ओपन करते ही सबको पता चल जाता है कि आप आनलाइन हैं। अब आगे कुछ भी कमेन्ट लिखो लाइक और मैसेज 
बरसने लगते हैं।कुछ तो सिर्फ लाइक और कमेन्ट के लिए ही "हाय हेलो"ही लिख देते है  इसका क्या किया जाये।फेसबुक की दुनिया बहुत मजेदार है। एक बहुत बड़े विद्वान ने फ्रेंडशिप के बारे में लिखा था-कि अगर आपके पास एक मित्र है, तो आप बहुत भाग्यशाली हैं और अगर आपके पास दो मित्र हैं, तो आप से ज्यादा भाग्यशाली कोई नहीं है।अब मेरे फेसबुक प्रोफाइल पर देखिये, मेरे अपने ही करीब चार हजार से अधिक फ्रेंड हैं।और फालो करने वाले दो हजार से ऊपर में इस तरह तो में कितनी भाग्यशाली हु सोचती हूं कि कभी इनकी फ्रेंडशिप को आजमा कर देखू और फेसबुक पर कमेन्ट लिखू कि जो भी मेरे सच्चे फ्रेंड हैं, सब के सब पांच पांच सौ रुपये मेरे पीनबी एकाउँट में फौरन डाल दे । देखिये आप कितने भाग्यशाली हो जायंगे सारी फ्रेंडशिप गायब हो जायगी। वैसे फेसबुक की मित्रता में वैसे कई दिक्कते हैं। एक ही बंदा फेसबुक पर भेष बदलकर मिल जाता हैं अब वो दोनों रूपों में "लड़का लड़की" में रहता है भगवान् ने अच्छा भला लड़का या लड़की बनाया है क्यों पता नहीं यहाँ तो अपने रूप से ही सब खफा है लड़का भी लड़की की प्रोफाइल बना रहे है फोटो दुसरे की डाल रहे है उन्हें अपनी शक्ल से ही नफरत है इसी तरह एक फेसबुकी फ्रेंड को मैंने कमेन्ट किया  लिखा-आपका फोटो तो सल्लू मिया से मिलती है उसने मुझे वापस लिखा कि फोटो उनके प्रोफाइल पर सल्लू मिंया की ही है। अपनी फोटो तो अपलोड ही नहीं किया है इस तरह की दोस्ती फेसबुक पर ही संभव है कि लड़का या लड़की फोटो चाहे सल्लू मिंया या कैटरीना की लगा दे पर फ्रेंडशिप तो जारी रहे।फेसबुक पर कुछ मामले इस तरह के है मेरे पास एक मैसेज आता है कि आर यू इंटरेस्टेड इन राहुल फ्राम दिल्ली।अजीब बात है कि अगर में राहुल से इंटरेस्टेड हु तो क्या मुझ से राहुल इंटरेस्टेड है यहाँ कुछ इक तरफ़ा ताली बजने वाली बात है मुझे क्या अगला चुनाव लड़ना है?
इसी तरह फेसबुक पर एक लड़के का मैसेज मिला-सिमी जी, आप यह क्या कर रही हैं। आप पूनम पाण्डेय प्रशंसक मण्डली के बहुत बड़े फैन हो गयी है।अभी तक तो मुझे पता भी नहीं था । कि पूनम पाण्डेय किस चिड़िया का नाम है।और तो और फेसबुक पर आपको कुछ पता नहीं चलेगा कि आप कौन किस ग्रुप से जोड़ दिए जाये।अभी तक तो में 98 ग्रुप में हो गयी हु  इन फेसबुक फ्रेंडो की हेल्प से शतक भी मार ही दूंगी अभी मुझे मुझे एक साथ साईं भक्त समूह और बिपाशा के समूह से जोड़ दिया गया था । भक्ति और सोंदर्य से सराबोर समूह में जुड़ कर में आन्दित हो गयी....आप ही बताय कि मेरा आचरण क्या होना चाहिए।कभी कभी यह भी होता है कि मुझे  एक साथ ही शाकाहारी समूह और मांसाहारी समूह का सदस्य बना देते है सो सभी फेसबुक फ्रेंड कम से कम मुझे किसी ग्रुप में तो न जोड़ो क्या आपके साथ भी कुछ इस तरह से होता है आप भी फेसबुक पर आकर एक बार अपनी प्रोफाइल जरुर देखिये आपको और भी कई किस्से मिल सकते है? वैसे आप का क्या विचार है